EK GHAZAL
तेरा होना एक ख्वाब सा है
सेहरा में एक सराब सा है
जिसके बोसे से जल गया अक्स मेरा
वो चेहरा कुछ गुलाब सा है
मुन्जमिद है इसलिए सख्त है
वरना इस प्याले में कुछ आब सा है
वैसे कहता है मुहाफ़िज़ खुद को
लेकिन शक्ल से सैय्याद सा है
ग़म-ए-हिजरां का क्या ज़िक्र करें अब्द
उसका विसाल भी कुछ अज़ाब सा है
सराब: mirage, बोसे: Kisses, मुन्जमिद: solid, आब : Water, मुहाफ़िज़: protector,
सैय्याद :Hunter, killer, ग़म-ए-हिजरां: pain of separation, अज़ाब , ordeal
तेरा होना एक ख्वाब सा है
सेहरा में एक सराब सा है
जिसके बोसे से जल गया अक्स मेरा
वो चेहरा कुछ गुलाब सा है
मुन्जमिद है इसलिए सख्त है
वरना इस प्याले में कुछ आब सा है
वैसे कहता है मुहाफ़िज़ खुद को
लेकिन शक्ल से सैय्याद सा है
ग़म-ए-हिजरां का क्या ज़िक्र करें अब्द
उसका विसाल भी कुछ अज़ाब सा है
सराब: mirage, बोसे: Kisses, मुन्जमिद: solid, आब : Water, मुहाफ़िज़: protector,
सैय्याद :Hunter, killer, ग़म-ए-हिजरां: pain of separation, अज़ाब , ordeal
No comments:
Post a Comment